भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा को फेड कप हर्ट अवॉर्ड के लिए एशिया-ओसिनिया जोन से नामित किया गया है। यह उपलब्धि हासिल करने वाली वे भारत की पहली महिला खिलाड़ी हैं। यह जानकारी ऑल इंडिया टेनिस एसोसिएशन (एआईटीए) के महासचिव हिरण्मय चटर्जी ने गुरुवार को दी। सानिया ने मां बनने के दो साल बाद जनवरी में कोर्ट में वापसी की थी। उन्होंने होबार्ट इंटरनेशनल टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीता था। इसमें सानिया की जोड़ीदार यूक्रेन की नादिया किचेनॉक थीं।
पूर्व डबल्स की नंबर-1 सानिया 2016 के बाद पहली बार इस साल के लिए फेड कप टीम में शामिल हुईं। उन्होंने अंकिता रैना से साथ मिलकर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारत को फेड कप के प्लेऑफ में पहुंचाया था।
‘टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व होता है’
सानिया ने कहा, ‘‘2003 के बाद वापस भारत का पहली बार प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए सम्मान की बात है। मेरा 18 सालों का लंबा करियर है और मैं भारतीय टेनिस टीम की सफलता में योगदान देकर गर्व महसूस करती हूं। फेड कप एशिया/ओसनिया टूर्नामेंट के नतीजे मेरे करियर की बड़ी उपलब्धियों में से एक हैं। यह ऐसा पल है, जिसके लिए हर एथलीट खेलता है और मैं फेड कप हर्ट अवॉर्ड चयन पैनल का मुझे नामित करने के लिए आभारी हूं।’’
1 से 8 मई तक होगी ऑनलाइन वोटिंग
इस साल फेड कप के शीर्ष प्रदर्शन को देखते हुए फेड कप हर्ट अवॉर्ड ग्रुप वन के लिए 6 खिलाड़ियों को नामित किया गया है। हर्ट अवॉर्ड की विजेता की घोषणा ऑनलाइन वोटिंग के आधार पर की जाएगी। फैन्स 1 से 8 मई के बीच ऑनलाइन वोटिंग कर इसके विजेता का फैसला करेंगे।
इन खिलाड़ियों को भी नामिनेशन में जगह मिली
एशिया/ओसनिया क्षेत्र से इंडोनेशिया की प्रिस्का मेडलिन नुगरोहो ऐसी दूसरी खिलाड़ी हैं, जो इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं। यूरोप/अफ्रीका क्षेत्र से एस्तोनिया की एनेट कोंटावेट और लक्जमबर्ग की एलिओनोरा मोलीनारो, अमेरिका क्षेत्र से मैक्सिको की फर्नांडो कोंट्रेरास गोमेज और पराग्वे की वेरोनिका केपेडे रोइग इस अवॉर्ड के लिए नामित की गई हैं।
सानिया ने 6 ग्रैंडस्लैम जीते
सानिया ने पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब मालिक से शादी की थी। उन्होंने पिछले साल अक्टूबर में बेटे को जन्म दिया था। सानिया ने छह ग्रैंडस्लैम जीते हैं। वे जनवरी में होने वाले साल के पहले ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट ऑस्ट्रेलियन ओपन में अमेरिका के राजीव राम के साथ मिक्स्ड डबल्स में खेलने वाली थीं, लेकिन चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गईं।