कोरोना वायरस के कारण देशभर में लॉकडाउन है। ऐसे में जो जहां है, वहीं फंसा हुआ है। लॉकडाउन में बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त अपनी पत्नी मानयता, और बच्चों से दूर रह कर मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं। इस वजह से संजय दत्त को अपने जेल में बताए वक्त की याद आ गई। संजय दत्त ने लॉकडाउन की तुलना अपनी जेल लाइफ से की है। उस समय भी उनके पास अपना कहने को कोई नहीं था। और इस समय लॉकडाउन में भी संजय घर पर अकेले ही हैं। संजय ने कहा, 'लॉकडाउन एक एक्टर के लिए तो बेहतर समय था। इस समय मैं खुद को एक्टिंग से दूर रखकर परिवार के साथ समय गुजारता। कुछ रिफ्रेश होता। पर जैसे ही लॉकडाउन का ऐलान हुआ, मान्यता और बच्चे दुबई में फंस गए।'
जेल से इसकी तुलना करते हुए संजय ने कहा, पूर्व में मैंने कई वर्ष लॉकडाउन में ही गुजारे हैं। पर, तब से अब तक में एक चीज बदली है। और वह है यह तकनीक जिसके जरिए मैं वर्चुअली अपने परिवार से लगभग रोजाना यहां रहते हुए भी मिल पाता हूं। जेल में यह सुविधा कहां होती। टैक्नलॉजी के कारण मैं उन्हें दिन में आज कई बार देख-सुन सकता हूं। मैं उन्हें बहुत ज्यादा मिस करता हूं। उन्होंने कहा कि वो लॉकडाउन खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि अपनी फैमिली से मिल सकें। बता दें कि 1993 बम धमाके के मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद संजय दत्त को जिंदगी के 5 साल जेल में गुजारने पड़े थे।
लॉकडाउन में संजय दत्त को याद आए जेल में बिताए दिन, परिवार को कर रहे मिस