देश के आर्थिक हालात को लेकर कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने कहा है कि गुरुवार को हुई कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में यह मांग की गई है कि सरकार अर्थशास्त्रियों के कार्य बल का गठन कर देश को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारें। वेणुगोपाल ने कहा कि कमेटी की बैठक में मांग की गई कि सरकार विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्रियों से युक्त एक आर्थिक कार्य बल का गठन करे और अगले एक सप्ताह के लिए एक तत्काल कार्य योजना तैयार करे। उन्होंने कहा कि साथ ही तीन महीने के लिए मध्यम अवधि की कार्ययोजना को पुनर्जीवित करे और देश को मौजूदा आर्थिक संकट से उबारें।
इससे पहले, सोनिया गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) में कहा कि कोविड-19 से लड़ने के लिए स्थिर और विश्वसनीय जांच का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि संकट की इस घड़ी में हमारे डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य कर्मियों को हरसंभव सहयोग की जरूरत है। सोनिया गांधी ने कहा कि लॉकडाउन जरूरी है, लेकिन इसे बिना तैयारी लागू करने से लाखों प्रवासी मजदूरों को परेशानी और तकलीफ उठानी पड़ रही है।
बता दें कि सीडब्लूसी की बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की गई। इस दौरान सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वायरस के खिलाफ की जा रही तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने महामारी में जूझ रहे लोगों की परेशानियों और उनको मिलने वाली सुविधाओं की भी जानकारी ली। इस बैठक में सभी बड़े नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी। इसके अलावा कोरोना वायरस को लेकर क्या इंतजाम किए जा रहे हैं इस पर भी चर्चा की गई।
बैठक में सोनिया गांधी के साथ पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, राहुल गांधी, गुलाम नबी आजाद, पी. चिदंबरम, कैप्टन अमरिंदर सिंह, अधिरंजन चौधरी, पीएल पुनिया, रणदीप सुरजेवाला, रघुवीर मीणा, रजनी पाटिल, अंबिका सोनी, रोहन गुप्ता, केसी वेणुगोपाल राव, ओमान चांडी, आरपीएन सिंह, लालजी देसाई, श्रीनिवास बीवी, मोतीलाल वोरा, जितिन प्रसाद जैसे नेता शामिल रहे।