पटना. नेपाल के रास्ते भारत में कोरोनवायरस फैलाने की साजिश रची जा रही है। इसका खुलासा नेपाल सीमा पर तैनात सशस्त्र सीमा बल के द्वारा बेतिया डीएम और एसपी को लिखे पत्र में हुआ है। एसएसबी की तरफ जो पत्र लिखा गया है उसके मुताबिक नेपाल के पारसा जिले के सेरवा थाने के जगनाथपुर गांव का रहने वाला जालिम मुखिया भारत में कोरोना फैलाने की योजना बना रहा है। पत्र में इस बात का जिक्र है कि विशेष समुदाय के 40 से 50 कोरोना संदिग्ध भारत आ सकते हैं।
साजिश रचने वालों में पाकिस्तानी भी शामिल
जालिम मुखिया को लेकर एसएसबी द्वारा लिए गए पत्र में यह जानकारी दी गई है कि विशेष समुदाय के 200 लोग जो बाहर के मुस्लिम देशों में काम करते हैं वे काठमांडू के रास्ते नेपाल आ चुके हैं। इसमें 5-6 पाकिस्तानी भी शामिल हैं। सभी लोग एक मस्जिद में रुके हैं और अपने शरीर का तापमान कंट्रोल करने के लिए दवा खा रहे हैं। सभी के कोरोना पॉजीटिव होने के बात कही जा रही है। जवानों ने एसपी से इस बात का अनुरोध किया है कि भारत-नेपाल सीमा पर विशेष सतर्कता बरती जाए। किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ाई से निगरानी हो। सभी एजेंसियों को अलर्ट पर रखने की बात कही गई है।
डीजीपी बोले-दोनों देशों की सीमाएं सील, कोई नहीं घुस सकता
एसएसबी जवानों द्वारा यह पत्र तीन अप्रैल को लिखा गया है। डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे का कहना है- "यह पत्र मिलने के बाद नेपाल सीमा के सभी जिलों के एसपी को अलर्ट कर दिया गया है। सीमा पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। मैंने एसएसबी के आईजी से बात की है। सीमा पर एसएसबी और बिहार पुलिस के जवान तैनात हैं। अभी तक नेपाल की सीमा से किसी भी घुसपैठिये की भारत में आने की सूचना नहीं है। दोनों देश की सीमाएं सील हैं। 14 मुस्लिम जो क्वारैंटाइन सेंटर से नेपाल भाग गए थे, वे लौटने की कोशिश कर सकते हैं। लेकिन, उन्हें किसी भी हाल में आने की इजाजत नहीं दी जाएगी।"