पाकिस्तान के शहर साहिवाल की सड़कों पर मास्क बेच रहे एक मासूम बच्चे ने कोरोना वायरस के कहर के बीच मानवता की नई मिसाल पेश की है। लाहौर और मुल्तान के बीच स्थित साहिवाल शहर के पाकपाटन चौक में एक बच्चा 20-20 रुपये में मास्क बेच रहा था।
तभी एक खरीदार पहुंचा और उसने मास्क बेच रहे बच्चे से मजाक करते हुए कहा कि मेरे पास पैसे ही नहीं है। इतना सुनते ही खरीदार को मासूम बच्चे ने चुपचाप मुफ्त में मास्क देते हुए कहा कि आप इसे रख लीजिए।
इस पर ग्राहक ने बच्चे से पूछा कि तुम्हारी मां नाराज नहीं होंगी? बच्चे ने जवाब दिया नहीं, उन्होंने कहा है कि दुनिया में बहुत बुरी बीमारी फैली हुई है। इस वक्त लोगों को मदद की बहुत जरूरत है।
इस महामारी के बीच एक मासूम बच्चे की आंखों में उम्मीद की एक नई किरण है। बच्चा ये समझ रहा है कि इस संकट से सभी मिलकर लड़ेंगे, एक दूसरे की मदद करेंगे तभी हम सब इस पर विजय प्राप्त कर पाएंगे।
लड़का उस समय सड़क पर खड़े होकर मास्क बेच रहा है, जब लगभग पूरी दुनिया अपने घरों में बंद है। उस मासूम के मास्क की कीमत सिर्फ 20 रुपये है। जबकि हम देख रहे हैं कि पूरी दुनिया में इस वक्त मास्क की कीमतों में उछाल है, मास्क की जमाखोरी भी हो रही और तय मूल्य से अधिक पर बेचा जा रहा है। ऐसे समय में एक बच्चा मुफ्त में भी मास्क देने को तैयार है, ताकि कोई दूसरा सुरक्षित रहे।