नोएडा: स्वंय सेवकों एवं CIPL फ़ाउंडेशन के सहयोग से जरुरतमंद लोगों के लिये खिचड़ी एवं राशन किट का वितरण। नोएडा के शिवाजी नगर (सेक्टर-122, 118, 119, 120, सर्फाबाद/पर्थला-श्रमिक कुंज) के हिस्से में रह रहे जरुरतमंद परिवारों, दिहाड़ी मज़दूरों के लिये संघ के स्वंय सेवकों ने एक योजना बनाई है जिसके तहत किसी भी परिवार को लॉकडाउन में भूखे नहीं सोना पड़ेगा। स्वंय सेवकों ने जरुरतमंद लोगों की एक सूची तैयार की है जिसके मुताबिक़ 150 परिवारों सहायता की तूरंत जरुरत थी। इनको 15 दिनों के राशन का एक किट (जिसमें दस किलो आटा, पाँच किलो चावल, दो किलो दाल, एक लिटर तेल, 1 किलो नमक, 1 किलो चीनी, मसाले, बिस्कुट, सर्फ़ साबून आदि है) देकर उन्हें घरों/झुग्गियों में ही रहने के लिये समझाया-बुझाया गया ताकि लॉकडाउन को सफल बनाया जा सके। CIPL फ़ाउंडेशन की तरफ से ऐसे 100 परिवारों के लिए राशन का किट भेजा गया। CIPL फ़ाउंडेशन के संस्थापक विनोद कुमार के मुताबिक ये कोशिश इसलिये जरुरी है ताकि लॉकडाउन के दौरान दिक्कतों का सामना कर रहे लोगों अपने घरों में रखा जा सके और गांव की तरफ पलायन करने से रोका जाय। ऐसे लोग जिनका गुजारा बाहर होटलों में खाने से चलता था उनके लिए स्वयं सेवकों ने खिचड़ी, पूरी-सब्जी के वितरण की व्यवस्था की है ताकि वो भूखे ना रहें। राहत सामग्री एवं भोजन के वितरण में सोशल डिसटेंसिंग की योजना का भी ध्यान रखा जाता है। इतना ही नहीं वितरण के समय लोगों से साफ-सफ़ाई का खास ध्यान रखने, घरों के अंदर रहने, बाहर ना निकलने के प्रति भी जागरुक किया जा रहा है। शिवाजी नगर के स्वंय सेवकों की ये मुहिम रंग लाने लगी है। इस इलाके से पलायन के लिए तैयार कई परिवारों को राशन और भोजन की व्यवस्था देने के बाद लॉकडाउन के पालन करने के लिए यहां रोकना संभव हो पाया है। राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ के कार्यकर्ताओं और CIPL फ़ाउंडेशन लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहे हैं ताकि इस लड़ाई में कोरोना को हराया जा सके।
लॉकडाउन के बीच जरुरमंदों और दिहाड़ी मजदूरों को पहुंचाया राहत