जयपुर. राजस्थान बजट पेश करने के तारीख 20 फरवरी रखी गई है। राज्यपाल कलराज मिश्र ने मंजूरी दे दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत विधानसभा में राजस्थान का बजट पेश करेंगे। फिलहाल यह प्रस्ताव कार्य सलाहकार समिती में रखा गया है। जिसे विधानसभा की समिती में पास किया जाएगा।
इस बार राजस्थान के बजट में युवा बिजनेसमैन, चिकित्सा और शिक्षा पर खास फोकस रहने की संभावना है। जिसके चलते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कुछ दिन पहले युवा बिजनेसमैन और विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ चर्चा भी की थी। वहीं गहलोत पहले ही बोल चुके हैं कि राज्य सरकार का प्रयास है कि जन कल्याणकारी बजट तैयार किया जाए। जिसमें सामाजिक संगठनों के महत्त्वपूर्ण सुझाव शामिल किए जाएंगे। ताकि हर वर्ग तक बजट का लाभ वास्तविक रूप में पहुंच सके। प्रदेश का आर्थिक वातावरण और बेहतर बन सके इसके लिए आगामी बजट में उचित प्रावधान करने का प्रयास किया जाएगा।
जानकारी अनुसार, राजस्थान वित्त विभाग बजट को लेकर अपनी अंतिम राय बना चुका है। जिसमें पिछड़े जिलों तक विकास पहुंचाने के लिए भी घोषणाएं हो सकती है। साथ ही कांग्रेस की घोषणाओं से जुड़ी कुछ योजनाएं भी शामिल की जा सकती हैं।
पिछले बजट में क्या रहा था खास
- बता दें कि पिछले साल 2019-2020 के बजट में मुख्यमंत्री गहलोत ने 11 नई योजनाओं की घोषणा की थी। कुल 2.32 लाख करोड़ रुपए के बजट में किसान, युवा और महिलाओं पर फोकर रहा था।
- किसानों के लिए 1 हजार करोड़ के कृषक कल्याण कोष की घोषणा की गई थी। वहीं महिलाओं के लिए 1 हजार करोड़ रुपए का प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी महिला शक्ति निधि फंड बनाया गया था।
- युवाओं के लिए 75 हजार नौकरियां देने और युवा रोजगार योजना के लिए 5 साल में एक हजार करोड़ रुपए देने का वादा किया गया था।
- इसके साथ निशुल्क दवा योजना में 14 नई दवाएं शामिल करने और मोहल्लों में जनता क्लिनिक खोलने की घोषणा की थी।