मथुरा में दही-हांडी कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे योगी आदित्यनाथ


मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कृष्ण जन्माष्टमी के महापर्व पर 23 से 25 अगस्त तक मथुरा में आयोजित किए जा रहे  श्रीकृष्णोत्सव-2019  का औपचारिक उद्घाटन करेंगे तथा जनपद के लिए प्रारम्भ एवं पूर्ण की जा रही 236 करोड़ रुपये की लागत की योजनाओं का लोकार्पण एवं शुभारंभ भी करेंगे। इस मौके पर पूरे जनपद में बेहद कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। सरकारी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, योगी शनिवार को दोपहर 12 बज कर 40 मिनट पर गोरखपुर हवाईअड्डे विमान से आगरा के सैन्य हवाई अड्डे खेरिया पहुंचेंगे। वहां से वह हेलीकॉप्टर से वृन्दावन पहुंच कर पर्यटन सुविधा केंद्र (टूरिस्ट फेसिलिटेशन सेण्टर) का लोकार्पण करेंगे। वृन्दावन से योगी मथुरा जाएंगे। वहां वह श्रीकृष्ण जन्मस्थान परिसर पहुंच कर ठाकुरजी के दर्शन करने के बाद रामलीला मैदान में राया के पर्यटन एवं संस्कृति विभाग, उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किए जा रहे  श्रीकृष्णोत्सव-2019  महाआयोजन की औपचारिक शुरूआत करेंगे।ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने बताया, यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 23 अगस्त से शुरू होगा। इसमें भजन गायक अनूप जलोटा, महाभारत सीरियल में कृष्ण की भूमिका निभाने वाले नीतीश भारद्वाज और दिल्ली के यश चौहान सहित 1200 कलाकार भाग ले रहे हैं।  उन्होंने बताया कि जिले में लगभग हर मार्ग पर मंच बनाए गए हैं जिन पर देश के अलग-अलग क्षेत्रों से आए कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। यह सिलसिला शाम छह बजे से देर रात तक चलेगा। मिश्र ने बताया कि इस मौके पर मथुरा लोकसभा क्षेत्र की सांसद, फिल्म अभिनेत्री हेमामालिनी भी उपस्थित रहेंगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री मथुरा में करीब साढ़े तीन घण्टे रहने के बाद शनिवार की शाम को ही लगभग सवा पांच बजे हेलीकॉप्टर से आगरा जाएंगे। वहां से वह विशेष विमान से लखनऊ रवाना होंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को लेकर जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। पूरे जनपद को तीन जोन और 22 सेक्टरों में बांटकर हर सेक्टर का जिम्मा मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी को दिया गया है। जनपद की सीमाएं सील कर आगरा और इलाहाबाद जोन के 5,000 पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में तैनात किया गया है। ध्यान रहे कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर राज्य से संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान हटाए जाने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने के बाद आतंकी चुनौतियों के मद्देनजर मथुरा पहले से ही हाई अलर्ट पर है।