झारखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव केविषय में उन्होंने कहा कि कुछ दलों के साथ पहले से ही कांग्रेस का गठबंधन है और इसे व्यापक बनाने के लिए वामपंथी दलों को भी साथ लिया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मिली करारी हार के सवाल पर उन्होंने कहा कि पार्टी को ईवीएम ने हराया या जनता ने, यह तो वक्त ही बताएगा।

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की SPG सुरक्षा को हटा लिया गया है। गृह मंत्रालय के मुताबिक एक सामान्य प्रक्रिया के तहत यह फैसला लिया गया है। अब डॉ. सिंह को जेड प्लस सुरक्षा दी जाएगी। 
खबरों के मुताबिक आम आदमी पार्टी के कुछ विधायकों की सुरक्षा भी हटाई जा सकती है। मनमोहन सिंह की बेटियों ने खुद को सुरक्षा कवर से अलग कर लिया था। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटलबिहारी वाजपेयी की दतक पुत्री ने भी सुरक्षा कवर से मना कर दिया था। गृह मंत्रालय ने कहा कि सुरक्षा समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है। आईबी द्वारा खतरे का आकलन के करने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की SPG सुरक्षा को हटाया गया है।
हुई थी 350 वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा : गृह मंत्रालय ने 350 वीआईपी की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की थी। केंद्र सरकार ने कुछ सांसदों की सुरक्षा घटाने का फैसला लिया था जिसके बाद 1300 से अधिक कमांडो इस ड्यूटी से मुक्त किया गया था।
इसके बाद सीआरपीएफ, सीआईएसएफ, एनएसजी और दिल्ली पुलिस के कमांडो को इस कार्य से मुक्त कर दिया गया था।
क्या है एसपीजी सुरक्षा : SPG यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप है। इसमें कुल 6 लेयर की सिक्योरिटी होती है। इस ग्रुप का गठन 1988 में मौजूदा प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के बाद हुआ था। यह सुरक्षा प्रधानमंत्री, पूर्व और उनके परिवार को दी जाती है। इसमें तैनात कमांडो के पास अत्याधुनिक हथियार और कम्युनिकेशन गैजेट्‍स होते हैं। इसके जवानों को अमेरिका की सिक्रेट सर्विस की तर्ज पर ट्रेनिंग मिलती है। SPG पर प्रधानमंत्री की 24 घंटे की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है।



बड़े नेताओं को मिली है SPG : SPG सुरक्षा देश के बड़े नेताओं को मिली हुई है। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके बेटे राहुल गांधी और बेटी प्रियंका गांधी शामिल हैं।