विघ्नों के हरने वाले देवता प्रथम पूज्य पार्वतीपुत्र, शिवपुत्र, गजानन श्री गणेश की आराधना जो भक्त करता है, उसको आने वाले विघ्नों से मुक्ति मिल जाती है। भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी से भाद्रपद चतुर्दशी तक अर्थात गणेश चतुर्थी से अनंत चतुर्दशी तक गणेशजी की विशेष आराधना की जाती है। गणेश चतुर्थी को भगवान गणेशजी की स्थापना की जाती है, जो विशेष मुहूर्त में करना चाहिए। इस वर्ष चतुर्थी 2 सितंबर को आ रही है।
किस मुहूर्त में गणेशजी की स्थापना करें, जानिए-
चौघड़िया अनुसार
अमृत चौघड़िया- प्रात: 6.10 से 7.44 तक।
शुभ चौघड़िया- सुबह 9.18 से 10.53 तक।
लाभ चौघड़िया- दोपहर 3.35 से 5.09 तक।
अमृत चौघड़िया- शाम 5.09 से 6.53 तक।
देर रात मुहूर्त- रात्रि 11.01 से 12.27 तक।
लग्नानुसार गणेश स्थापना मुहूर्त
सिंह लग्न- प्रात: 5.03 से 07.12 तक।
कन्या लग्न- सुबह 7.12 से 9.16 तक।
धनु लग्न- दोपहर 1.47 से 3.53 तक।
कुंभ लग्न- शाम 5.40 से 7.09 तक।
मेष लग्न- रात्रि 8.43 से 10.24 तक।
विशेष- अभिजीत योग दोपहर 12.01 से 12.55 तक।