नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि एमएसएमई मंत्रालय, वाणिज्य मंत्रालय के साथ मिलकर देश में आयात किए जा रहे ऐसे सामानों की पहचान करेगा जिनके देश में ही विनिर्माण के लिए सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों को प्रोत्साहित किया जासकता है। गडकरी ने यहां सूक्ष्म, लघु और मझोले उद्यम (एमएसएमई) मंत्रालय का कार्यभार संभालने के अवसर पर कहा कि इस क्षेत्र का देश की आर्थिक वृद्धि और रोजगार सृजन में महत्वपूर्ण योगदान देता है। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि देश की आर्थिक वृद्धि को आगे बढ़ाने के लिए लघु उद्योगों को और भी प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। गडकरी ने कहा, हमने अपने सचिव और आर्थिक सलाहकार से वाणिज्य मंत्रालय से उन सामानों के बारे में अध्ययन करने के लिए कहा है, जिन्हें हम आयात कर रहे हैं और यह बताने को कहा है कि क्या इनका यहां लघु उद्योगों द्वारा निर्माण किया जा सकता है। इस कदम से देश के आयात खर्च में कटौती करने में मदद मिलेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रालय ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और रोजगार सृजित करने के लिए सूक्ष्म इकाइयों और ग्राम उद्योगों को समर्थन देने पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने कहा कि मलबे जैसी कच्ची सामग्री, जो ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध हैं, का उपयोग छोटी इकाइयों द्वारा विभिन्न उत्पादों के निर्माण के लिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा, एमएसएमई आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन में मदद कर सकते हैं, उन्होंने कहा कि मंत्रालय देख रहा है कि इसके लिए और क्या किया जा सकता है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि मंत्रालय उन सामान्य कारणों पर ध्यान देगा प्राय: जिनके कारण छोटी इकाइयों का कामधाम बंद हो जाता हैं। देश के निर्यात में लगभग 45 प्रतिशत है, सेवाओं के जीडीपी में 25 प्रतिशत औरविनिर्माण उत्पादन में 33 प्रतिशत से अधिक का योगदान एमएसएमई क्षेत्र का है। नागपुर से लोकसभा सदस्य, गडकरी के पास सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का भी प्रभार है। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी ने भी मंगलवार को पदभार ग्रहण किया। 64 वर्षीय सारंगी बालासोर से संसद के सदस्य हैं। उन्हेंजिन्हें ओडिशा का मोदी कहा जाता है।
देश की आर्थिक वृद्धि को बढ़ाने के लिए लघु उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए: गडकरी