अहमदाबाद। लोकसभा चुनाव से पहले गुजरात में कांग्रेस विधायकों का भाजपा में जाने का सिलसिला थम नहीं रहा है। जामनगर (ग्रामीण) से विधायक वल्लभ धारविया ने विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सोमवार दोपहर इस्तीफा सौंपने के बाद भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। वहीं दो दिन पहले ध्रांगध्रा-हलवद सीट से इस्तीफा देने वाले पुरुषोत्तम साबरिया भी सोमवार को पार्टी कार्यकर्ताओं सहित भाजपा में शामिल हो गए। 182 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा विधायकों की संख्या जहां 100 हो गई है वहीं कांग्रेस विधायकों की संख्या घटकर अब 71 रह गई है।पिछले चार दिनों में वल्लभभाई धारविया ऐसे तीसरे विधायक हैं, जो कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए हैं। धारविया ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि हमारे जवानों ने पाकिस्तान में एयर स्ट्राइक कर कई आतंकवादियों का खात्मा किया, लेकिन कांग्रेस पार्टी एयरस्ट्राइक के सुबूत मांग रही है। जो पार्टी अपनी सेना पर ही विश्वास नहीं करती है और उस पर शंका करती है उस पार्टी के साथ नहीं रहा जा सकता है। भाजपा में शामिल होने वाले एक अन्य विधायक पुरुषोत्तमभाई साबरिया ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक खींचतान के चलते वे भाजपा में शामिल हुए हैं। भाजपा की सरकार विकास कर रही है। उन्हें पता है कि भाजपा में शामिल होने के बाद उनके क्षेत्र का सही तरीके से विस्तार हो सकेगा।
विधायकों को डरा-धमका रही भाजपा: कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि भाजपा सरकार उनके विधायकों को डरा-धमका रही है। ध्रांगध्रा के विधायक पुरुषोत्तम साबरिया पर 35 करोड़ रुपये का घूस लेने का आरोप है। वे तीन महीने जेल में रहने के बाद जमानत पर हैं। यही वजह है कि भाजपा सरकार ने उन्हें डरा-धमका कर अपनी पार्टी में शामिल किया है।
गांधीनगर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक
मंगलवार को गुजरात के गांधीनगर में कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक प्रस्तावित है। इसमें राहुल गांधी, सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह सहित कांग्रेस के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे। इसके बाद गांधीनगर के अडालज मैदान में कांग्रेस द्वारा जनसंकल्प रैली का भी आयोजन किया गया है। हालांकि इससे पहले कांग्रेस के विधायकों का भाजपा में शामिल होना पार्टी के लिए चिंता बढ़ाने वाला है।